बीज का बीजक
प्रकृति के लिए पुराना
मानवीय ग्रंथियों के लिए
नया समाजशास्त्र भी है
एक पूरी पौध
याकि अव्वल एक गाछ
मटमैली निश्चिंत छाया
चहचहाटों की
याकि अव्वल एक गाछ
मटमैली निश्चिंत छाया
चहचहाटों की
चोंच से बने घोसले
कुछ रेंगती सचाइयों को
कुछ रेंगती सचाइयों को
छिपाए कोटर
रंगीन सज
फलदार धज की
संवेदनशील संभावना
होती है हर बीज में
एक काली कठोर
आशंका भी
उजड़ जाने की
परती पर पर्यावरण
रचने से पहले
बिखर जाने की
होता है हर संबंध
अपनी यात्रा से पहले
एक बीज ही
भरोसे की अनंत
चढ़ाई और ढलान
संभावना-आशंका की
निर्वस्त्र नियति
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (7-3-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
सुंदर रचना ...... सुंदर बिम्ब के साथ विचारों की गहन अभिव्यक्ति.....
जवाब देंहटाएंरंगीन सज और फलदार धज की
जवाब देंहटाएंसंवेदनशील संभावना
होती है हर बीज में
सुंदर रचना -
कुछ अलग सोच से सृजनात्मकता दर्शाई है
होता है हर संबंध
जवाब देंहटाएंअपनी यात्रा से पहले
एक बीज ही
भरोसे की अनंत
चढ़ाई और ढलान
संभावना-आशंका की
निर्वस्त्र नियति
खूबसूरत, संवेदनशील,सुंदर रचना
बहुत सुन्दर मार्मिक शब्दचित्र उकेरा है..बहुत सुन्दर प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंहोता है हर संबंध
जवाब देंहटाएंअपनी यात्रा से पहले
एक बीज ही
भरोसे की अनंत
चढ़ाई और ढलान
संभावना-आशंका की
निर्वस्त्र नियति
बहुत सुन्दर संवेदनशील रचना..
शुक्रिया मित्रों, रचनात्मक संबल और सराहना के लिए...
जवाब देंहटाएंसुन्दर बिम्बो से सवारा है रचना को.
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