tag:blogger.com,1999:blog-3208874048562211137.post7465991831521890243..comments2023-10-29T16:26:04.265+05:30Comments on पुरबिया: अनुशासन पर इतना भाषण क्यों !Prem Prakashhttp://www.blogger.com/profile/08341702355584735828noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3208874048562211137.post-36970627739946399632011-08-31T09:24:42.384+05:302011-08-31T09:24:42.384+05:30सुंदर दिखना क्यों अपराध बन गया
इच्छा करती है उसक...सुंदर दिखना क्यों अपराध बन गया <br /><br />इच्छा करती है उसकी <br />कि दिखे वह भी सुंदर ।<br /><br />तो कभी <br />वह बाँध लेती है एक चुटिया <br />कभी बालों को पीछे की ओर खुला छोड़ देती है <br />कभी मन करता है तो <br />काले की जगह लाल रिबन बाँध लेती है<br />कभी <br />आखों में काजल <br />जूड़े मंे फूल <br />माथे पर बिंदिया अलग-अलग रंग की <br /><br />अपनी माँ-चाची-बुआ-मौसी को देखा है उसने <br />इस तरह सजते-धजते <br />उसको भी तो खूब सजाए रखते थे ये <br />बचपन में ।<br /><br />इसी तरह भाई को देख <br />कभी-कभी मन करता है उसका <br />जींस-शर्ट पहनने का <br />पहन लेती है वह बेखटके <br /><br />नहीं आ रहा है उसके समझ में <br />स्कूल में आते ही <br />प्रतिबंधित हो गया क्यों ये सब कुछ <br /><br />सुंदर दिखना क्यों अपराध बन गया <br /><br />पढ़ाई-लिखाई से क्या बैर है इसका <br />वह नहीं समझ पाती है इसे ।Mahesh Chandra Punethahttps://www.blogger.com/profile/09695768908018459567noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3208874048562211137.post-73066180954633264602011-08-31T08:36:07.033+05:302011-08-31T08:36:07.033+05:30shukria mitron...!shukria mitron...!Prem Prakashhttps://www.blogger.com/profile/08341702355584735828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3208874048562211137.post-72776616249521184652011-08-30T22:18:19.354+05:302011-08-30T22:18:19.354+05:30अच्छा आलेख आँखें खोलने में सक्षम आभार.....अच्छा आलेख आँखें खोलने में सक्षम आभार.....Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3208874048562211137.post-87797372091783372282011-08-30T22:10:41.346+05:302011-08-30T22:10:41.346+05:30प्रेम और स्नेह के द्वारा ज्यादा अनुशासित किया जा स...प्रेम और स्नेह के द्वारा ज्यादा अनुशासित किया जा सकता है।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3208874048562211137.post-29985011253037423322011-08-30T20:31:25.046+05:302011-08-30T20:31:25.046+05:30विचारणीय आलेख....विचारणीय आलेख....Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com