tag:blogger.com,1999:blog-3208874048562211137.post5630085236065901886..comments2023-10-29T16:26:04.265+05:30Comments on पुरबिया: छठ : भइया लोगों का बड़का पर्वPrem Prakashhttp://www.blogger.com/profile/08341702355584735828noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3208874048562211137.post-33527901062016848962010-11-09T15:57:53.461+05:302010-11-09T15:57:53.461+05:30छ्ठ के बारे में बेहतरीन पोस्ट। कुछ जोड़्ना चाहूँगा...छ्ठ के बारे में बेहतरीन पोस्ट। कुछ जोड़्ना चाहूँगा:<br />छ्ठ पूर्वांचलियों का पर्व कभी जरूर रहा हो, पर अब सूचना क्रांति के दौर में इसे देश विदेश में फैलने से कोई नहीं रोक सकता । कारण कई है:<br />आपके बताए कारणों के अलावा:<br />1) इसमे सूर्य और नदी की पूजा होती है जो किसी मायने में मूर्ति पूजा नहीं है । यही कारण है कि पटना दूरदर्शन से एक बार मैंने एक मुस्लिम को अर्ध्य देते देखा था। साथ हीं साथ वैज्ञानिक तरीके से सिद्ध पूरी दुनिया के उर्जा, भोजन यहाँ तक की पृथ्वी के पिता सूर्य को अपना देवता मानने में किसी को आपत्ति नहीं होगी।<br />2) इस पर्व को ले कर चोर उचक्कों में खासा भय व्याप्त रहता है चाहे वे हिन्दु हों या मुस्लिम। ऐसा इस अवधी में पुलिस रिकॉर्ड से प्राप्त अपराध की न्यूनतम घटनाओं से साबित होता है। <br />3) शुद्धता और संस्कारों के इस पर्व को आज तक पश्चिमीकरन लील नहीं पाया है। यह वास्तव में लोगों के इस पर्व के प्रति असीम श्रद्धा का परिचायक है। <br />गौतम कुमार कुटरियार<br /><a href="http://kutariyar.blogspot.com" rel="nofollow">kutariyar.blogspot.com मेरे मन के आईने में </a>Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04047145615290163989noreply@blogger.com